SEBI ने फिनफ्लुएंसर अस्मिता पटेल और उनकी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया है। जानिए इस मामले की पूरी जानकारी और इसके निवेशकों पर प्रभाव।
She Wolf
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने हाल ही में फिनफ्लुएंसर अस्मिता पटेल और उनकी कंपनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। अस्मिता, जो 'स्टॉक मार्केट की शी-वुल्फ' और 'ऑप्शंस क्वीन' के नाम से जानी जाती हैं, पर SEBI ने प्रतिबंध लगाया है। आइए, इस मामले की विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
अस्मिता पटेल एक प्रसिद्ध फिनफ्लुएंसर हैं, जो निवेशकों को स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग और निवेश के बारे में सलाह देती थीं। उनकी कंपनियां, अस्मिता पटेल ग्लोबल फिनटेक प्राइवेट लिमिटेड और ओपुलेंस वेल्थ एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड, निवेशकों को ट्रेडिंग कोर्स और सेवाएं प्रदान करती थीं।
SEBI ने अस्मिता पटेल और उनकी कंपनियों पर निवेशकों को गुमराह करने और बिना उचित पंजीकरण के निवेश सलाह देने का आरोप लगाया है। नियामक ने पाया कि उन्होंने निवेशकों से बड़ी रकम एकत्र की और उन्हें उच्च रिटर्न का वादा किया, जो बाद में पूरा नहीं हुआ।
SEBI ने अस्मिता पटेल और उनकी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाते हुए उन्हें किसी भी निवेश से संबंधित गतिविधि में शामिल होने से रोका है। इसके साथ ही, उन्होंने निवेशकों से एकत्र की गई राशि को वापस करने का आदेश भी दिया है।
यह मामला निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण सबक है कि वे किसी भी निवेश सलाहकार या फिनफ्लुएंसर की सेवाएं लेने से पहले उनकी पंजीकरण स्थिति और विश्वसनीयता की जांच करें। SEBI के पंजीकृत सलाहकारों की सूची उपलब्ध है, जिसे निवेशकों को अवश्य देखना चाहिए।
SEBI की यह कार्रवाई दर्शाती है कि नियामक निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए सतर्क है। निवेशकों को भी चाहिए कि वे सतर्क रहें और किसी भी निवेश निर्णय से पहले पूरी जानकारी प्राप्त करें।